Yaad shayari-सोचता हूँ की, कभी भी अब तुझें याद नहीं

 

सोचता हूँ की, कभी भी अब तुझें याद नहीं करूँगा,

फिर सोचता हूँ ये फ़र्क़ तो रहने दो हम दोनों में..

 

Sochta hu ki kabhi bhi ab yaad nahi karunga tujhe,

fir sochta hu ye fark to rehne do ham dono me..

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