Tareef shayari तेरा हुस्न जब से मेरी आँखों में समाया है

 

तेरा हुस्न जब से मेरी आँखों में समाया है,
मेरी पलकों पे एक सुरूर सा छाया है,
मेरे चेहरे को हसीन नूर देने वाले,
ये तेरे दीदार के लम्हों का सरमाया है

 

 

Tera husn jab se meri ankho me samaya he,

meri palko pe ek surur chaya he,

mere chehre ko haseen noor dene wale,

ye tere deedar ke lamho ka sarmaya he..

 

 

 

 

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