Tareef shayari तेरा हुस्न जब से मेरी आँखों में समाया है

 

तेरा हुस्न जब से मेरी आँखों में समाया है,
मेरी पलकों पे एक सुरूर सा छाया है,
मेरे चेहरे को हसीन नूर देने वाले,
ये तेरे दीदार के लम्हों का सरमाया है

 

 

Tera husn jab se meri ankho me samaya he,

meri palko pe ek surur chaya he,

mere chehre ko haseen noor dene wale,

ye tere deedar ke lamho ka sarmaya he..

 

 

 

 

Tareef shayari तेरा हुस्न एक जवाब,मेरा इश्क एक सवाल ही सही

 

तेरा हुस्न एक जवाब,मेरा इश्क एक सवाल ही सही

तेरे मिलने कि ख़ुशी नही,तुझसे दुरी का मलाल ही सही
तू न जान हाल इस दिल का,कोई बात नही
तू नही जिंदगी मे तो तेरा ख़याल ही सही

 

 

Tera husn ek jawab mera ishk ek sawal hi sahi,

tere milne ki khushi nahi tujhse milne ka malal hi sahi,

tu na jaan haal is dil ka koi bat nahi,

tu nahi jindagi me to tera khayal hi sahi..