कबीर के दोहे-जिन खोजा तिन पाइया

 

जिन खोजा तिन पाइया, गहरे पानी पैठ,
मैं बपुरा बूडन डरा, रहा किनारे बैठ।

 

भावार्थ – 

जीवन में जो लोग हमेशा प्रयास करते हैं वे कुछ न कुछ वैसे ही पा लेते हैं जैसे कोई गोताखोर गहरे पानी में जाता है तो कुछ न कुछ पा ही लेता हैं। लेकिन कुछ लोग गहरे पानी में डूबने के डर से यानी असफल होने के डर से कुछ करते ही नहीं और किनारे पर ही बैठे रह जाते हैं।

 

 

 

Jin Khoja Tin Paaiyan Gahre Pani Paith,

Mai Bapura Boodan Dara Raha Kinare Baith.

 

Bhawarth-

Jeewan me jo log hamesha praas karte hain, we khuchh na kuchh wese hi paa lete hain jese koi gota khor gahre pani me jata hai to kuchh naa kuchh paa hi leta hai, Lekin kuchh log gahre pani me doobne ke dar se yani asfal hone ke dar se kuchh karte nahi aur kinare par baithe rah jate hai.