Dard bhari shayari कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे

 

कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे,
ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे,
यूं घुट घुट के जीने से तो मौत बेहतर है,
मैं कभी न जागूं मुझे ऐसी नींद सुला दे

 

 

Kitna or dard dega bas itna bata de,

esa kar e khuda meri hasti mita de,

u ghut ghut ke jine se to mout behtar he,

me kabhi na jagu mujhe esi nind sula de 

 

Dard bhari shayari रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है

 

रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है,
ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है,
हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू,
ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा

 

 

Rone ki saza na rulane ki saza he,

ye dard mohabbat ko nibhane ki saza he,

hanste he to aankhon se nikal aate he aansu,

ye us shaks se dil lagane ki saza he..

 

Dard bhari shayari तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है,

 

तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है,
जिसका रास्ता बहुत खराब है,
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है

 

 

Teri aarzu mera khwab he,

jiska rasta bahut kharab he,

mere zakhm ka andaza mat laga

dil ka har panna dard ki kitab he..

 

Dard bhari shayari दिल में है जो दर्द वो दर्द किसे बताएं,

 

दिल में है जो दर्द वो दर्द किसे बताएं,
हंसते हुए ये ज़ख्म किसे दिखाएँ,
कहती है ये दुनिया हमे खुश नसीब,
मगर इस नसीब की दास्ताँ किसे बताएं

 

Dil me he jo dard kise bataye,

hanste hue ye zakhm kise dikhaye,

kehti he duniya hame khushnaseeb,

magar is naseeb ki dastan kise bataye..