Garibi shayari सर्दी, गर्मी, बरसात और तूफ़ान मैं झेलता हूँ

 

सर्दी, गर्मी, बरसात और तूफ़ान मैं झेलता हूँ
गरीब हूँ..खुश होकर जिंदगी का हर खेल खेलता हूँ

 

 

Sardi garmi barsat or tufaan me jhelta hu,

garib hu..khush hokar zindagi ka har khel khelta hu..

 

Bewafa shayari इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है

 

इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है
खामोशियो की आदत हो गयी है
न सीकवा रहा न शिकायत किसी से अगर है तो
एक मोहब्बत जो इन तन्हाइयों से हो गई है

 

Intezar ki aarzu ab kho gayi he ,

khamoshiyo ki ab aadat ho gayi,

na shikwa raha na shikayat kisi se agar he to ,

ek mohabbat jo in tanhaiyo se ho gayi he ..

 

Bewafa shayari हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला

 

हमें न मोहब्बत मिली न प्यार मिला,
हमको जो भी मिला बेवफा यार मिला,
अपनी तो बन गई तमाशा ज़िन्दगी,
हर कोई मकसद का तलबगार मिला

 

 

Hame na mohabbat mili na pyar mila,

hamko jo bhi mila bewafa yar mila,

apni to ban gayi tamasha jindagi,

har koi maksad ka talabgar mila..

Festival shayari माथे पर टिका, कलाई पर राखी

माथे पर टिका, कलाई पर राखी,
मुंह पर मुस्कान, दिल में प्यार,
रक्षा के वचन संग बहन को उपहार,
यही है रक्षाबंधन का त्यौहार

 

 

 

Mathe par tika kalai me par rakhi,

muh par muskan dil me pyar,

raksha ke vachan sang behan ko uphar,

yahi he raksha bandhan ka tyohar 

Festival shayari रक्षा-बन्धन का त्यौहार है

 

रक्षा-बन्धन का त्यौहार है,
हर तरफ खुशियों की बौछार है,
और बंधा एक रेशम की डोरी में
भाई-बहन का प्यार है

 

Raksha bandhan ka tyohar he,

har taraf khushiyo ki bahar he,

or bandha ek resham ki dor me,

bhai behan ka tyohar he..