Dard bhari shayari रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है

 

रोने की सज़ा न रुलाने की सज़ा है,
ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है,
हँसते हैं तो आँखों से निकल आते हैं आँसू,
ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा

 

 

Rone ki saza na rulane ki saza he,

ye dard mohabbat ko nibhane ki saza he,

hanste he to aankhon se nikal aate he aansu,

ye us shaks se dil lagane ki saza he..

 

Dard bhari shayari तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है,

 

तेरी आरज़ू मेरा ख्वाब है,
जिसका रास्ता बहुत खराब है,
मेरे ज़ख्म का अंदाज़ा न लगा
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है

 

 

Teri aarzu mera khwab he,

jiska rasta bahut kharab he,

mere zakhm ka andaza mat laga

dil ka har panna dard ki kitab he..

 

Dard bhari shayari दिल में है जो दर्द वो दर्द किसे बताएं,

 

दिल में है जो दर्द वो दर्द किसे बताएं,
हंसते हुए ये ज़ख्म किसे दिखाएँ,
कहती है ये दुनिया हमे खुश नसीब,
मगर इस नसीब की दास्ताँ किसे बताएं

 

Dil me he jo dard kise bataye,

hanste hue ye zakhm kise dikhaye,

kehti he duniya hame khushnaseeb,

magar is naseeb ki dastan kise bataye..

 

Garibi shayari कैसे बनेगा अमीर वो हिसाब का कच्चा भिखारी

 

कैसे बनेगा अमीर वो हिसाब का कच्चा भिखारी

एक सिक्के के बदले जो बीस-कीमती दुआएं देता है

 

 

Kese banega ameer vo hisab ka kachcha bhikari,

ek sikke ke badle jo bees keemti duvaye deta he..

 

Garibi shayari अब मैं हर मौसम में खुद को ढाल लेता हूँ

 

अब मैं हर मौसम में खुद को ढाल लेता हूँ,
छोटू हूँ… पर अब मैं बड़ो का पेट पाल लेता हूँ.

 

 

Ab me har mousam me khud ko dhal leta hu,

chotu hu..par ab me bado ka pet paal leta hu..