Barish shayari बरिश का यह मौसम कुछ याद दिलाता है

 

बरिश का यह मौसम कुछ याद दिलाता है,
किसी के साथ होने का एहसास दिलाता है,
फिजा भी सर्द है यादें भी ताज़ा हैं,
यह मौसम किसी का प्यार दिल में जगाता है..

 

 

Barish ka ye mosam kuch yaad dilata he,

kisi ke sath hone ka ehsas dilata he,

fiza bhi sard he yaden bhi taza he,

yeh mosam kisi ka pyar dil me jagata he..

 

 

 

 

 

 

Barish shayari आज बादल काले घने हैं..

 

आज बादल काले घने हैं,
आज चाँद पे लाखों पहरे हैं,
कुछ टुकड़े तुम्हारी यादों के,
बड़ी देर से दिल में ठहरे हैं..

 

 

Aaj badal kale ghane hain,
Aaj chand pe lakhon pahare hain,
Kuchh tukde tumhari yadon ke,
Badi der se dil mein thahare hain..

 

Barish shayari कहीं फिसल ही न जाऊँ तेरी याद में चलते-चलते..

 

कहीं फिसल ही न जाऊँ तेरी याद में चलते-चलते..
रोक अपनी यादों को मेरे शहर में बारिश का समाँ है ..

 

 

Kahi fisal hi na jau teri yad me chalte chalte..

rok apni yado ko mere shahar me barish ka samaa he..

 

 

Barish shayari अगर मेरी चाहतो के मुताबिक

 

अगर मेरी चाहतो के मुताबिक,

जमाने में हर बात होती,

तो बस मै होता तुम होती,

और सारी रात बरसात होती..

 

 

Agar meri chahto ke mutabik,

zamane me har bat hoti,

to bas me hota tum hoti,

aur sari rat barsat hoti..

 

Dil shayari न हम रहे दिल लगाने के काबिल,

 

न हम रहे दिल लगाने के काबिल,
न दिल रहा ग़म उठाने के काबिल,
लगे उसकी यादों के जो ज़ख़्म दिल पर,
न छोड़ा उसने मुस्कुराने के काबिल..

 

 

Na ham rahe dil lagane ke kabil,

na dil raha gam uthane ke kabil,

lage uski yadon ke jo jakhm dil par,

na choda usne muskurane ke kabil..