Love shayari तुम साथ निभाओ चाहत से,कोई रस्म निभा कर क्या करना,

 

तुम साथ निभाओ चाहत से,
कोई रस्म निभा कर क्या करना,
तुम खफ़ा भी अच्छे लगते हो,
फिर तुमको मना कर क्या करना..

 

 

Tum sath nibhao chahat se, 

koi rasam nibha kar kya karna,

tum khafa bhi acche lagte ho, 

fir tum ko mana kar kya karna..

 

 

 

 

Chand shayari चाँद भी सूरज से ही चमकता है,

 

चाँद भी सूरज से ही चमकता है,
फुल खिलने के बाद ही महकता है,
सनम प्यार करने वाले कहते नहीं..
उनकी आँखों से प्यार छलकता है…

 

 

Chand bhi suraj se hi chamakta he,

ful khilne ke bad hi mehkata he, 

sanam pyar karne wale kehte nahi,

unki aankho se pyar chalkata he..

 

Chand shayari चाँद का क्या कसूर अगर रात बेवफा निकली,

 

चाँद का क्या कसूर अगर रात बेवफा निकली,
कुछ पल ठहरी और फिर चल निकली,
उन से क्या कहे वो तो सच्चे थे शायद,
हमारी तकदीर ही हमसे खफा
निकली..

 

 

Chand ka kya kasoor agar rat bewafa nikli,

kuch pal thehari aur fir chal nikli, 

un se kya kahe vo to sacche the shayad,

hamari takdeer hi hamse khafa nikli..

 

Shayari on eyes ये जो नज़रों से तुम मेरे दिल पर वार करते हो..

 

ये जो नज़रों से तुम मेरे दिल पर वार करते हो..

करते तो ज़ूल्म हो, साहिब मगर कमाल करते हो..

 

 

Ye jo nazro se mere dil par war karte ho,

karte to zulm ho saheb magar kamal karte ho..