Nafrat shayari अगर तुम थे सनम बेवफा तो

 

अगर तुम थे सनम बेवफा तो

आंखे मिलाई ही क्यूं थी,

छोड़ के जाना ही था तो अपनी

आदत लगाई ही क्यूं थी..

 

 

Agar tum the sanam bewafa

to aankhe milai hi kyo thi,
Chod ke jana hi tha to apni

aadat lagai hi kyou thi..

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *