अब मैं हर मौसम में खुद को ढाल लेता हूँ,
छोटू हूँ… पर अब मैं बड़ो का पेट पाल लेता हूँ.
Ab me har mousam me khud ko dhal leta hu,
chotu hu..par ab me bado ka pet paal leta hu..
Hindi Shayari, Hindi Status & Hindi Poetry
Two Line Shayari …
अब मैं हर मौसम में खुद को ढाल लेता हूँ,
छोटू हूँ… पर अब मैं बड़ो का पेट पाल लेता हूँ.
Ab me har mousam me khud ko dhal leta hu,
chotu hu..par ab me bado ka pet paal leta hu..
जब महसूस हो कि सारा शहर तुमसे जलने लगा है
समझ लेना कि अब तुम्हारा सिक्का चलने लगा है
Jab mehsus ho ki sara shahar tumse jalne laga he,
samajh lena ki ab tumhare naam ka sikka chalne laga he.
सीढ़िया उन्हें मुबारक हो, जिन्हें छत तक जाना है
मेरी मंजिल तो आसमान है, रास्ता मुझे खुद बनाना है
Sidiya unhe mubarak ho,jinhe chat tak jana he
meri manjil to aasma he,raasta mujhe khud banana he..