Two Line Shayari …

Garibi shayari अब मैं हर मौसम में खुद को ढाल लेता हूँ

 

अब मैं हर मौसम में खुद को ढाल लेता हूँ,
छोटू हूँ… पर अब मैं बड़ो का पेट पाल लेता हूँ.

 

 

Ab me har mousam me khud ko dhal leta hu,

chotu hu..par ab me bado ka pet paal leta hu..

Attitude shayari जब महसूस हो कि सारा शहर तुमसे जलने

 

जब महसूस हो कि सारा शहर तुमसे जलने लगा है

समझ लेना कि अब तुम्हारा सिक्का चलने लगा है

 

 

Jab mehsus ho ki sara shahar tumse jalne laga he,

samajh lena ki ab tumhare naam ka sikka chalne laga he.

Attitude shayari सीढ़िया उन्हें मुबारक हो, जिन्हें छत तक जाना है

 

सीढ़िया उन्हें मुबारक हो, जिन्हें छत तक जाना है

मेरी मंजिल तो आसमान है, रास्ता मुझे खुद बनाना है

 

Sidiya unhe mubarak ho,jinhe chat tak jana he 

meri manjil to aasma he,raasta mujhe khud banana he..