Kaash Shayari …

Khwab shayari काश फिर मिलने की वजह मिल जाए

 

काश फिर मिलने की वजह मिल जाए,
साथ जितना भी बिताया वो पल मिल जाए,

चलो अपनी अपनी आँखें बंद कर लें,
क्या पता ख़्वाबों में गुज़रा हुआ कल मिल जाए

 

 

Kash fir milne ki vajah mil jaye,

sasth jitna bhi bitaya vo pal mil jaye,

chalo apni apni aankhe band kar le,

kya pata khwabo me gujra hua kal mil jaye..

 

Kaash shayari काश मैं पानी होता और तू प्यास होती

 

काश मैं पानी होता और तू प्यास होती,
न मैं खफा होता और न तू उदास होती,
जब भी तुम मेरी निगाहों से दूर होते,
मैं तेरा नाम लेता और तू मेरे पास होती

 

 

Kaash me pani ho ta tu pyas hoti,

na me khafa hota or na tu udas hoti,

jab bhi tum meri nigaho se dur hote,

me tera naam leta or tu mere pas hoti..

 

Kaash shayari अपनी खुशीयां लुटा कर उसपर कुर्बान हो जाऊ

 

अपनी खुशीयां लुटा कर उसपर कुर्बान हो जाऊ,

काश कुछ दिन उसके शहर का मेहमान हो जाऊ,

वो अपना नायाब दिल मुझको देदे,और फिर वापस मांगे,

मैं मुकर जाऊ और बेईमान हो जाऊ.

 

 

Apni khushiya lutakar uspar kurban ho jau,

kaash kuch din uske shahar ka mehman ho jau,

vo apna nayab dil mujhko de de,or fir vapis mange,

me mukar jau or beiman ho jau..

 

 

Kaash shayari आँसू आ जाते हैं रोने से पहले

 

आँसू आ जाते हैं रोने से पहले,
ख्वाब टूट जाते हैं सोने से पहले,
लोग कहते हैं मोहब्बत गुनाह है,
काश…
कोई रोक लेता इसे होने से पहले

 

 

Aansu aa jate he rone se pahle,

khwab tut jate he sone se pahle,

log kehte he mohabbat gunah he,

kaash…

koi rok leta ise hone se pahle.