सोचता हूँ की, कभी भी अब तुझें याद नहीं करूँगा,
फिर सोचता हूँ ये फ़र्क़ तो रहने दो हम दोनों में..
Sochta hu ki kabhi bhi ab yaad nahi karunga tujhe,
fir sochta hu ye fark to rehne do ham dono me..
Hindi Shayari, Hindi Status & Hindi Poetry
ilzaam Shayari ..
सोचता हूँ की, कभी भी अब तुझें याद नहीं करूँगा,
फिर सोचता हूँ ये फ़र्क़ तो रहने दो हम दोनों में..
Sochta hu ki kabhi bhi ab yaad nahi karunga tujhe,
fir sochta hu ye fark to rehne do ham dono me..
हर बार हम पर इल्ज़ाम लगा जाते हो मोहब्बत का
कभी खुद से पूछा है इतने हसीन क्यों हो..
Har bar ham par ilzaam laga jate ho mohabbat ka,
kabhi khud se pucha he itne haseen kyo ho..
दुनिया को हकीकत का मेरी पता कुछ भी नहीं..
इल्जाम हजारो हैं और खता कुछ भी नहीं..
Duniya ko haqeeqat kameri pata kuchh bhi nahin,
Ilzaam hazaron hai aur khata kuchh bhi nahin..
सबको फिक्र है अपने आप को सही साबित करने की..
जैसे जिन्दगी नहीं कोई इल्जाम है..
Sabko fikr hai apne aap ko sahi sabit karne ki..
Jaise zindagi nahi koi ilzaam hai..
दिल की ख्वाहिश को नाम क्या दूँ,
प्यार का उसे पैगाम क्या दूँ,
दिल में दर्द नहीं, उसकी यादें हैं,
अब यादें ही दर्द दे तो उसे इल्ज़ाम क्या दूँ..
DIl ki khwahish ko naam kya du,
Pyaar ka use paigam kya du,
Dil mein dard nahin, uski yadein hain,
Ab yaadein hi dard de to use ilzaam kya du..