ilzaam Shayari ..

Yaad shayari-सोचता हूँ की, कभी भी अब तुझें याद नहीं

 

सोचता हूँ की, कभी भी अब तुझें याद नहीं करूँगा,

फिर सोचता हूँ ये फ़र्क़ तो रहने दो हम दोनों में..

 

Sochta hu ki kabhi bhi ab yaad nahi karunga tujhe,

fir sochta hu ye fark to rehne do ham dono me..

Ilzaam shayari दिल की ख्वाहिश को नाम क्या दूँ,

 

दिल की ख्वाहिश को नाम क्या दूँ,
प्यार का उसे पैगाम क्या दूँ,
दिल में दर्द नहीं, उसकी यादें हैं,
अब यादें ही दर्द दे तो उसे इल्ज़ाम क्या दूँ..

 

 

DIl ki khwahish ko naam kya du,
Pyaar ka use paigam kya du,
Dil mein dard nahin, uski yadein hain,
Ab yaadein hi dard de to use ilzaam kya du..