dooriyan shayari …

YAAD SHAYARI-दिन-रात पहरा देती है तुम्हारी यादें

दिनरात पहरा देती है

तुम्हारी यादें बेचारी ,

कि कहीं किसी और से

ना लग जाए हमें इश्क़ की बिमारी..

Din rat pahra deti he tumhari yaden bechari

ki kahi kisi aur se na lag jaye hame ishk ki bimari..

Dooriya shayari एक सिल – सिले की उम्मीद थी जिनसे,

 

एक सिल – सिले की उम्मीद थी जिनसे,
बही फासले बनाते गये,
हम तो पास आने की कोशिश में थे,
ना जाने क्यू वो हमसे दूरियाँ बढ़ाते गये..

 

 

Ek sile sile ki ummid thi jinse,

vahi fasle banate gaye,

ham to pass aane ki koshish me the,

na jane ku vo hamse dooriya badate gaye..

 

Duriya shayari बहुत खास है वो शक्स मेरे लिए,

 

बहुत खास है वो शक्स मेरे लिए,
फिर भी वो मेरा दिल दुखाता है,
सब के लिए वक्त है उसके पास,
बस मुझसे ही दूरियां बनाता है..

 

 

Bahut khas he vo shakhs mere liye,

fir bhi vo mera dil dukhata he,

sab ke liye wakt he uske pass,

bas mujhse hi dooriya banata he..

 

 

 

Dooriya shayari वो क़रीब बहुत है,मगर दूरियों के साथ

 

वो क़रीब बहुत है,
मगर दूरियों के
साथ
हम दोनों जी तो रहे
हैं
मगर मजबूरियों के साथ

 

 

Vo kareeb bahut he,

magar duriyo ke sath,

ham dono jee to rahe he,

magar majburiyo ke sath..

 

 

 

 

 

Dooriya shayari वो जो हमारे लिए कुछ ख़ास होते हैं,

 

वो जो हमारे लिए कुछ ख़ास होते हैं,
जिनके लिए दिल में एहसास होते हैं,
चाहे वक़्त कितना भी दूर कर दे उन्हें,
दूर रह के भी वो दिल के पास होते हैं

 

 

Vo jo hamare liye kuch khas hote he,

jinke liye dil me ehsas hote he,

chahe waqt kitna bhi door kar de unhe,

door rehke bhi vo dil ke pas hote he..