Intezar shayari एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यूँ है

 

एक अजनबी से मुझे इतना प्यार क्यूँ है,
इन्कार करने पर चाहत का इकरार क्यूँ है,
उसे पाना नहीं मेरी तकदीर में शायद,
फिर भी हर मोड़ पर उसका इंतजार क्यूँ है,

 

 

Ek ajnabi se mujhe itna pyar ku he,

inkar karne par chahat ka ikrar ku he,

use pana nahi meri takdeer me shayad,

fir bhi har mod par uska intezar ku he..

 

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